डोमेन नेम क्या है और कैसे खरीदे: नमस्कार दोस्तो! आज हम जानेंगे की डोमेन नेम क्या है और कैसे खरीदे? लोग डोमेन का यूज तो अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करते तो है, लेकिन इसके बारे में बहुत कम जानते है।
Domain name kya hai aur kaise kharide |
हम इसके बारे में भी जानेंगे कि यह डोमेन का कॉन्सेप्ट कैसे आया। इसको मैं बहुत सरल और सीधी भाषा में बताऊंगा। इसके बाद आपको किसी दूसरे वेबसाइट पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जिन लोगो को कन्फ्यूजन रहता है, कि डोमेन क्या है और यह सबडोमैन क्या है। ये समझ में आ गया तो, अब यूआरएल और डोमेन में उलझ जाते हैं।
मुझे विश्वास है कि इस लेख को पड़ने के बाद, कन्फ्यूजन को भूल जाने वाले है। अंत में ये जानकारी भी साझा करूंगा ; डोमेन कैसे खरीदे और कहां से खरीदे। तो चलिए, अपने ज्ञान को बड़ाते है।
डोमेन नेम क्या है?(What is domain name?)
डोमेन नीम या DNS (Domain name system) किसी वेबसाइट का नाम होता है।जैसे- Getbusinessideas.com, Google.com इत्यादि।
डोमेन से आपकी वेबसाइट का पता चलता है कि वह इंटरनेट पर कहा स्तिथ है। डोमेन का उपयोग कंपनिया अपने ब्रांड के प्रमोशन, ब्रांड की जगरूगता इत्यादि की लिए करती है।
इससे उनके ट्रेडमार्क की भी रक्षा हो जाती है। यदि कंपनियों से पहली किसी और ने डोमेन को खरीद लिया, तो वह मन चाई कीमत में उन्हें बीच सकता है।
दुनिया में कई तरह के डोमेन है, जिनका लोग इस्तेमाल करते है। उनके बारे में तोड़ी देर में बताऊंगा। डोमेन नेम का प्रयोग .com, .net या .in एक्सटेंशन के साथ होता है।
डोमेन नेम की सहायता से आप किसी भी वेबसाइट में प्रवेश कर सकते है और उसका इस्तेमाल कर सकते है। डोमेन नेम को एक्सेस करने के लिए उस डोमेन का पंजीकृत (रिजिस्टर) होना आवश्यक है। डोमेन नेम किसी भी वेबसाइट की पहचान होती है।
उदाहरण- मुझे अपने दोस्त के घर जाना है और मुझे बस इतना पता है कि वह उस शहर में रहता है। वह शहर भी काफी बड़ा है, तो उसके घर में नही पाहुज सकूंगा। जब तक मुझे यह नही पता होगा की वह कोन सी कॉलोनी में रहता है। उसका मकान नंबर क्या है। ये सब जानकारी मेरे पास तो होनी चाहिए। वैसे ही इंटरनेट पर किसी भी वेबसाइट को तभी ढूंढ सकते है, जब उसका डोमेन नेम हमे ज्ञात हो।
डोमेन का उपयोग कुछ स्पेसिफिक लोगो द्वारा किया होता है।.gov डोमेन का उपयोग सरकार द्वारा किया जाता है।.edu डोमेन का प्रयोग एजुकेशनल वेबसाइट करती है।.org डोमेन का प्रयोग संस्धानो द्वारा किया जाता है।
.gov और .edu वाले डोमेन को गूगल जल्द रैंक करता है। इनके द्वारा दिए गए बैकलिंक की वैल्यू अन्य बैक्लिंक के मुताबिक ज्यादा होती है।
डोमेन नेम की आवश्यकता क्या है? (Importance of domain name)
जो लोग सोच रहे है कि यदि डोमेन नेम नही होता, तो लोग वेबसाइट में प्रवेश ही नहीं कर पाते। यह सोचना बिलकुल गलत है। पहले लोग डोमेन का इस्तेमाल करने की वजाह IP address का इस्तेमाल करते थे।
IP address एक तरह से नंबर या संख्याओं का संगठन होता है। यह बाइनरी फॉर्मेट में होता है, जिसको कंप्यूटर ही पढ़ सकते है। प्रत्येक वेबसाइट IP address से लिंक होती है। जो यह बताता है की यह वेबसाइट इंटरनेट पर कहां पर स्थित है।
लेकिन इंटरनेट पर तो लाखो वेबसाइट है जिनका IP address याद रखना असम्भव है। इसीलिए, लोगो की समस्या को दूर करने की लिए डोमेन नेम का कॉन्सेप्ट लाया गया, जो की मनुष्य को आसानी से स्मरण रहता है।
मैं आपको स्पष्ट कर देता हूं कि IP address और डोमेन नेम समान ही काम करते है। डोमेन नेम IP address ka बदला हुआ स्वरूप है। IP address कैसे बदलता हैं, उसके विषय में आगे बताऊंगा।
उदहारण के लिए, google.com एक वेबसाइट है। अगर, आप किसी भी ब्राउजर में इसके IP address डालेंगे तो गूगल का होम पेज पर पहुंच जाएंगे।
डोमेन कैसे कमा करता है। How domain works in hindi?
DNS (Domain name system) का काम होता है, मनुष्य के द्वारा पड़ने योग्य डोमेन नेम डोमेन नेम को मशीन या कंप्यूटर की भाषा में परिवर्तित कर देता है, जिसे हम IP address के नाम से जानते है।
उदहारण- जैसे ही आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल में Getbusinessideas.com या किसी अन्य वेबसाइट को खोज इंजन में सर्च करते है। फिर वह DNS उसको IP address में बदल देता है। उसके बाद खोज इंजन वेबसाइट को ढूंढकर लेकर आ जाएगा। आशा है कि आप समझा गए होंगे, डोमेन नेम कैसे काम करता है। अब जानते है कि डोमेन के कितने प्रकार है।
सबडोमेन क्या है।(what is subdomain in hindi)
सबडोमेन मुख्य डोमेन का अंश होता है। सबडोमेन का प्रयोग मुख्य डोमेन के शुरुआत में या अंत में, दोनो ही जगह कर सकते है।डोमेन खरीदने के लिए रुपए देना पड़ते है, लेकिन सबडोमेन के लिए किसी भी प्रकार की धनराशि नही देनी होती है।
कुछ होस्टिंग कंपनिया होती है जो यह सुविधा प्रदान करती है। सबडोमेन की सहायता से हम अपने डोमेन को कई भागों में बांट सकते है। जैसे मेरे डोमेन है, getbusinessideas.com को मैं सबडोमेंन english.getbusinessideas.com बना सकता हूं।
सबडोमेन का प्रोयोग लोग इसलिए करते है, क्योंकि वह अपनी वेबसाइट का कोई दूसरा सेक्शन बनाना या जोड़ना चाहते हो। या तो वह सेक्शन जोड़ने की वजाह, एक नई वेबसाइट भी बना सकते है।
लेकिन वेबसाइट बनाने में कम से कम 3000-4000 रुपए का खर्च आएगा। इससे अच्छा सबडोमैन का फायदा उठाकर उसी मैं एक सेक्शन जोड़ दे।
उदहारण- मान लीजिए मेरा एक एफिलिएट ब्लॉग है जिसमे में स्मार्टवॉच के ऊपर लिखता हूं । तो मैंने सोचा कि मैं व्होलसेल में वॉच खरीदकर अपनी वेबसाइट बनाकर बेचना शुरू कर दू। जब मैंने सारे खर्चे को जोड़ा, तो यह 3000 से 4000 रुपए का खर्चा आ रहा था। तभी मुझे अपने ब्लॉग के बारे में ध्यान आया, कि मेरे पास एक एफिलिएट ब्लॉग भी है। इसके सबडोमेन का इस्तेमाल करके दूसरा सेक्शन बना सकता हूं। और उसका सबडोमेंन रख सकता हूं।, उदहारण के लिए, store.smartwatches.com
डोमेन नेम के प्रकार-
डोमेन नेम के मुख्य दो प्रकार होते है-
- TLD
- CcTLD
वैसे तो और भी डोमेन नेम है, लेकिन उनका प्रयोग ब्लॉग और वेबसाइट बनाने के लिए नही करते।
TLD- TLD का अर्थ होता है Top level domain। TLD में कई डोमेन आते है।टॉप लेवल डोमेन को इंटरनेट डोमेन भी कहा जाता है। TLD के अंत में .com, .net और अन्य एक्सटेंशन का उपयोग होता है। सबसे पॉपुलर TLD है- .com। यह TLD नेम के अंत वाला भाग होता है। TLD डोमेन seo फ्रेंडली होते है, जिनको गूगल जल्द से रैंक भी करता है। जैसा की मैंने पहली भी बताया है, कि .gov TLD का इस्तेमाल सरकार द्वारा किया जाता है। जिससे मिले बैकलिंक को काफी अच्छा माना जाता है। टॉप लेवल डोमेन से पूरी दुनिया को टारगेट कर सकते है।P
कुछ अन्य लोकप्रिय TLD:
- .com(commercial)
- .net(network)
- .gov(government)
- .edu(education)
- .name(name)
- .biz(business)
- .info(information)
CcTLD- CcTLD का फुल फॉर्म होता है country code top level domain। मुख्य डोमेन के अंतिम मे .in, .uk, .cn आदि एक्सटेंशन का प्रयोग किया जाता है। CcTLD में दो या तीन अंग्रेजी अक्षरों से मिलकर बनते है। ज्यादातर दो अक्षरों वाले CcTLD देखने को मिलेंगे। इनका प्रयोग किसी भी विशिष्ट देश को टारगेट करने के लिए किया जाता है। यदि मैं भारत को टारगेट करके अपनी वेबसाइट बनाता हूं तो मुझे .in domain लेना होगा। CcTLD का एक नुकसान भी होता है, वो है, वेबसाइट चुने ही देश में रैंक करेगी।
URL और डोमेन नेम में अंतर-
URL (Universal research locator) किसी भी वेबपेज पर बहुचने का जरिया होता है। जब हम खोज इंजन में कोई कीवर्ड टाइप करते है तो वहां खोज इंजन का प्रथम पृष्ठ खुलता है। वहां पर कई वेबसाइट के लिंक होते है जिनके जरिए, हम किसी भी वेबसाइट में एंटर कर सकते है। डोमेन नेम URL का छोटा सा भाग होता है। URL उसका बड़ा भाग होता है। एक वेबसाइट में कई वेबपेज होते है तो उनके अलग अलग यूआरएल भी होते है। एक वेबसाइट में कई यूआरएल होते है, लेकिन उनका एक ही डोमेन नेम होता है।
उदहारण के लिए, कुछ लिंक दिए गए है-
https://www.google.com/
https://getbussinessideas.blogspot.com
इनमे रंगीन टेक्स्ट डोमेन नेम है और पूरा URL hai।
डोमेन नेम खरीदने से पहले कुछ मुख्य बातो का ध्यान रखे।
- डोमेन नेम ज्यादा लंबा और बड़ा नही होना चाहिए।
- डोमेन नेम पड़ने में आसान, याद करने में सरल और छोटा हो।
- डोमेन नेम यूनिक होना चाहिए और लिखने में कठीन न हो।
- किसी के डोमेन से मेल खाता हुआ डोमेन नेम न खरीदे।
- TLD डोमेन खरीदना ज्यादा प्रेफर करें जिससे आपका ब्लॉग या वेबसाइट विश्व में पहचान बना सके।
- डोमेन में किसी भी प्रकार के खास कैरेक्टर या संख्या का इस्तेमाल करने से बचे।
डोमेन नेम पंजीकृत या रजिस्टर कैसे करें? How to register domain name?
डोमेन नेम पंजीकृत या रजिस्टर कराने वाली कंपनियों को 'डोमेन रजिस्टर' कहा जाता है। किसी भी वेबसाइट में आप तभी प्रवेश कर सकते है, जब उसका डोमेन पंजीकृत हो। ऐसा इसलिए क्योंकि जब डोमेन नेम पर वेबसाइट ही नही बनी होगी, तो एक्सेस कैसे करोगे। TLD या CcTLD को डोमेन रजिस्टार की मदद से खरीद सकते है।
कही लोकप्रिय कंपनिया है जो डोमाई। नेम रजिस्टर की सेवा प्रधान करती है। जैस-
- GoDaddy
- Namecheap
- Bigrock
- Com
- Ipage
- IN
डोमेन रजिस्टर करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स का पालन करें।
- सबसे पहले किसी भी एक चुने। मेरे पसंदीदा डोमेन रजिस्टार है, godaddy और Namecheap.
- चुने हुए डोमेन रजिस्टार की अधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और अपना अकाउंट बनाए।
- उसके पश्चात, जो डोमेन लेना है उसको सर्च बॉक्स में लिखकर चेक करें, कि उपलब्ध है या नहीं।
- उपलब्ध होने पर पैसे पेय करके अपना डोमेन ले सकते है।
आज आपने क्या सीखा-
आज हमने कई विषयों पर चर्चा की। जैसे डोमेन क्या होता है, कितने प्रकार होते , सबडोमेन क्या होता है इत्यादि के बारे में विस्तार से जाना।
डोमेन का उपयोग हम अपनी दिनचर्या में कई बार करते है, लेकिन लोग इसके बारे में बहुत कम जानते है। वैसे उनके लिए जानना उतना आवश्यक भी नही है। यदि आप टेक्नॉल्जी में इंटरेस्ट या अपनी वेबसाइट बनाना चाहते हो, तो इसके बारे में जानना जरूरी है।
मेरी शुरू से आशा रही है, कि मेरे रीडर को सही और सटीक जानकारी से रूबरु कराया जाए। उसे किसे अन्य वेबसाइट पर जाकर न भटकना न पड़े। मैने इसमें सभी टॉपिक कबर करने की कोशिश की है।
यदि अभी भी कोई सवाल हो तो कमेंट के जरिए जरूर पूछे। आपको हमारा आर्टिकल, डोमेन क्या है और कैसे खरीदे अच्छा लगा तो सोशल मीडिया पर शेयर अवश्य करे।